मरकर भी अमर हो गए 94 वर्षीय राज्य आंदोलनकारी ओमप्रकाश वालिया

मरकर भी अमर हो गए 94 वर्षीय राज्य आंदोलनकारी ओमप्रकाश वालिया 


            राज्य आन्दोलनकारी 94 वर्षीय ओम प्रकाश वालिया पेट, हार्निया के  इंफेक्शन संबंधी तकलीफ के चलते चार दिन से आइसीयू में भर्ती थे। ब्रेन स्ट्रोक की वजह से उनका निधन हो गया। उनकी अंतिम इच्छा  देहदान करने की थी तो परिवार ने उनका पार्थिव शरीर स्वामी राम हिमालयन मेडिकल विवि जौलीग्रांट को दान कर दिया। विवि की टीम जरूरी प्रक्रिया पूरी कर उनका शरीर ले गई। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी ओमप्रकाश वालिया अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गये हैं। उनके एक बेटे दीपक वालिया राज्य आंदोलन में शहीद हो गए थे।